बड़ौत बड़ा जैन मंदिर

एक दृष्टि में

  • नाम
    श्री 1008 दिगम्बर जैन बड़ा मंदिर, बड़ौत
  • निर्माण वर्ष
    मंदिर जी का गर्भगृह 650 वर्ष प्राचीन है
  • स्थान
    बड़ौत, जिला बागपत, उत्तर प्रदेश
  • मंदिर समय सारिणी
    सुबह 5 बजे से रात्रि 8 बजे तक
बड़ौत बड़ा जैन मंदिर जी परिचय
-baraut-bada-jain-mandir-.jpg

श्री 1008 दिगम्बर जैन मंदिर उत्तर प्रदेश के जिला बागपत में बड़ौत नगर में स्थित है। बड़ौत को जैन नगर भी कह जाता है। बड़ौत में स्थित मंदिर जी को बड़ा जैन मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। मंदिर जी के गर्भगृह के चारों ओर सुन्दर जैन चित्रकारी की गई है। बड़ा मंदिर जी की मूल वेदी में श्री 1008 चन्द्रप्रभु भगवान जी की प्रतिमा विराजमान है। मूल वेदी की बाईं तरफ श्री 1008 मुनिसुव्रतनाथ भगवान जी की प्रतिमा विराजमान है। गर्भगृह के दाईं तरफ पर श्री 1008 अरहनाथ भगवान जी की खड्गासन की सफेद पाषाण की प्रतिमा विराजमान है। अगली वेदी चौबीसी वेदी है जिसमें मूल प्रतिमा श्री 1008 नेमिनाथ भगवान जी की है। चौबीसी वेदी से अगली वेदी में श्री 1008 पार्श्वनाथ भगवान जी की प्रतिमा विराजमान है तथा अंतिम वेदी में श्री 1008 आदिनाथ भगवान जी की खड्गासन प्रतिमा विराजमान है। बड़ा मंदिर जी में प्रतिवर्ष 10 दिन का 13 दीप महामण्डल विधान का आयोजन होता है। पर्युषण पर्व के समापन पर जलयात्रा महोत्सव तथा रथयात्रा महोत्सव मनाया जाता है। जलयात्रा महोत्सव पर मंदिर जी में से श्री 1008 पार्श्वनाथ भगवान जी की प्रतिमा को रथ पर विराजमान करके बड़ा मंदिर जी से पांडुकशिला पर ले जाकर जलाभिषेक किया जाता है। दूसरे दिन रथयात्रा महोत्सव पर श्री 1008 चन्द्रप्रभु भगवान जी की प्रतिमा जी को रथयात्रा कराके पांडुकशिला पर ले जाकर जलाभिषेक किया जाता है। बड़ा मंदिर जी से थोड़ी दूरी पर स्थित है, मकराना मार्बल से बना छोटा जैन मंदिर जी।


सुविधाएं एवं धर्मशाला

मंदिर जी में दूर से आने वाले यात्रियों के लिए धर्मशाला का प्रबंध बना हुआ है। धर्मशाला में भोजनालय की व्यवस्था भी बनी हुई है।


बड़ौत, बागपत क्षेत्र के बारे में

बागपत को बागो का शहर भी कहा जाता है। 1857 की क्रांति के बाद बागपत की मुख्यता बढ़ गई। पहले यह मेरठ का हिस्सा था बाद में 1997 में बागपत को एक जिले का रूप दे दिया गया। यहाँ पर मुख्य गुड़ तथा चीनी का व्यवसाय किया जाता है। बागपत में त्रिलोक तीर्थ धाम, श्री पार्श्व नाथ भगवान जैन अतिशय क्षेत्र अन्य जैन मंदिरों का निर्माण किया हुआ है। बागपत का सम्बन्ध महाभारत काल से भी रहा है। बागपत के बरनावा में महाभारत काल का लाक्षागृह भी मौजूद है। बड़ौत बागपत जिले का एक शहर है, यह यमुना नदी के तट पर स्थित है। बड़ौत की दूरी दिल्ली से 62 किलोमीटर है। बड़ौत के पूर्व में मेरठ, पश्चिम में सोनीपत तथा मुरथल, उत्तर में शामली व पानीपत तथा दक्षिण में नई दिल्ली स्थित है।


समिति

श्री 1008 दिगम्बर जैन बड़ा मंदिर, बड़ौत के संचालन का कार्य श्री दिगम्बर जैन समाज समिति, बागपत द्वारा किया जाता है। समिति के सदस्य इस प्रकार है :-

प्रबंधक - श्री नवीन कुमार जैन जी, श्री अतुल जैन जी