मंदिर जी का परिचय

श्री 1008 शान्तिनाथ दिगम्बर जैन मंदिर दिल्ली से 123 किलोमीटर की दूरी पर होडल में श्रीनगर-कन्याकुमारी राजमार्ग पर स्थित है। पहले होडल में केवल एक ही दिगंबर जैन मंदिर था जो आज भी मेन बाजार में भरत मिलाप चौंक के पास स्थित है। बाजार में अधिक भीड़ भाड़ होने के कारण लोगों को दर्शन करने में कठिनाई का सामना करना पड़ रहा था। इसलिए आज से पंद्रह से बीस वर्ष पूर्व स्थानीय जैन समाज द्वारा निर्णय लिया गया कि एक चैत्यालय का निर्माण किसी उचित स्थान पर करना चाहिए अन्यथा कई लोग धर्मलाभ से वंचित रह जाएगें। अतः एक नई समिति का आयोजन किया गया और जैन समाज द्वारा भूमि खरीद कर चैत्यालय का निर्माण कर प्रतिमा को पुराने मंदिर जी से नवीन चैत्यालय में विराजमान किया गया। जिससे जो लोग दर्शन करने बाजार में स्थित मंदिर जी में नहीं जा पा रहे थे वे यहाँ आकर दर्शन करने लगे।
एक बार आचार्य श्री 108 वसुनन्दी जी महाराज का आगमन होडल में हुआ था। उन्होंने जैन समाज को राय दी कि चैत्यालय में जैन समाज की संख्या में वृद्धि हो रही है जिस कारण चैत्यालय को मंदिर जी का रूप दे देना चाहिए। स्थानीय जैन समाज के द्वारा वर्ष 2015 में जीर्णोद्धार कर चैत्यालय को मंदिर जी का रूप दे दिया गया। मंदिर जी के ऊपर विशाल शिखर का निर्माण किया गया है। शिखर का निर्माण सफेद पत्थर पर शिल्पकारी कर किया गया है। मंदिर जी के गर्भगृह में काँच के ऊपर जैन कथाओं को चित्रों के सहयता से दर्शाया गया है। वर्तमान में मंदिर जी की वेदी में मूलनायक प्रतिमा श्री 1008 शान्तिनाथ भगवान जी की है। मूलनायक प्रतिमा के साथ ही श्री 1008 आदिनाथ भगवान, श्री 1008 चन्द्रप्रभु भगवान, श्री 1008 पार्श्वनाथ भगवान एवं श्री 1008 महावीर भगवान जी की प्रतिमा भी वेदी जी में ही विराजमान है।
जैन समाज एवं सुविधाए
पलवल की आबादी दस लाख से अधिक की है जिसमें दिगम्बर जैन समाज के परिवारों की संख्या कुल दो सौ से ढाई सौ परिवारों की है। इतनी कम जनसँख्या के बावजूद भी जैन समाज का क्षेत्र में मुख्य योगदान है। जैन समाज के द्वारा क्षेत्र में हर प्रकार के कार्यक्रमों में बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया जाता है। क्षेत्र में दो दिगम्बर जैन मंदिर है। मंदिर जी में समय-समय पर साधु महाराज जी का आगमन होता रहता है। महाराज जी के आने पर रुकने की व्यवस्था के रूप में त्यागी भवन का निर्माण किया गया है। मंदिर जी में शुद्ध एवं सात्विक आहार की व्यवस्था के रूप में भोजनशाला बनी हुई है।
पलवल क्षेत्र के बारे में
पलवल भारत के हरियाणा राज्य का एक मुख्य जिला है। यह भारत की राजधानी दिल्ली से असी किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। पलवल के साथ में हरियाणा के गुरुग्राम एवं फरीदाबाद अन्य दो राज्य मिलते है। इतिहास की बात करें तो पलवल भारत की आज़ादी में अपना अहम योगदान रखता है। यहाँ महात्मा गाँधी जी की पहली राजनीतिक गिरफ्तारी हुई थी। महात्मा गाँधी और नेताजी सुभाषचंद्र बोस जी के साथ आज़ादी की लड़ाई में पलवल के स्वतंत्रता सेनानियों ने महत्त्वपूर्ण योगदान दिया था। महात्मा गाँधी जी के साथ पलवल के लाला गोबिंदराम बेधड़क, दीपचंद सत्याग्रही, लक्ष्मीनारायण, लछमन दास बंसल, योगेंद्र पाल भारती, लाला भनुआमल मंगला जी ने आज़ादी की लड़ाई में सहयोग किया था। उन्होंने गांधी जी के साथ जेल यात्राएँ भी कीं। पलवल यहाँ पर स्थित बाबा उदास मंदिर, पंचवटी मंदिर, पाण्डव वन, राजा नाहर सिंह किला तथा सैयद शरीफ की दरगाह के लिए दर्शनार्थियों में प्रसिद्ध है।
समिति
मंदिर जी के सुचारु रूप से संचालन के लिए मंदिर समिति का निर्माण किया गया है। समिति में कार्यरत सदस्य इस प्रकार है -
प्रधान - श्री मुकेश जैन
सदस्य - श्री रोबिन जैन