यमुनानगर जैन मंदिर परिचय

यमुनानगर यमुनानदी के किनारे बसा हुआ शहर है। यमुनानगर रेलवे स्टेशन से 300 मीटर की दूरी पर श्री 1008 महावीर दिगम्बर जैन मंदिर स्थित है। यह मंदिर शहर के केंद्र बिंदु पर स्थित है। आस-पास के दृश्य अति मनोहर है। यह मंदिर 75 वर्ष प्राचीन है। इस मंदिर जी की निर्माण शैली अति प्राचीनता के साथ आधुनिकता को लिए हुए है। मंदिर का भवन अति विशाल एवं दृष्टीनन्दन है। मंदिर के गर्भगृह के साथ अति विशाल धर्मसभा / प्रवचन कक्ष स्थित है। यह धर्मसभा कक्ष हवादार और चारो और उन्मुक्त होने से प्राकृतिक प्रकाश से प्रकाशित है।
गर्भगृह में मुख्य पाँच वेदिया है। मूलवेदी में चौबीसवें तीर्थंकर भगवान महावीर जी की प्रतिमा विराजमान है। सभाकक्ष के भीतर की दीवारों पर लकड़ी के कार्य और सुनहरे रंगो से बड़े पैमाने पर धार्मिक एवं शिक्षाप्रद वाणी को उकेर कर भगवान महावीर जी को जीवन-यात्रा, जीवनशैली और जीवन चरित्र को दर्शाया गया है। यह कारु कार्य अत्यन्त दर्शनीय है और लोगो को बहुत प्रभावित भी करता है। दूसरी वेदी श्री 1008 भगवान महावीर स्वामी की है। मूर्ति विभिन्न प्रतिमाओं के साथ विराजमान है। तीसरी वेदी श्री मुनिसुव्रतनाथ जी की है। चौथी वेदी पर श्री जिनवाणी माता जी को शामिल कर स्थापित किया गया है और पाँचवी वेदी पर श्री 108 आचार्य विद्यासागर जी विराजमान है।
Committee Details
मंदिर जी के संचालन हेतु मंदिर समिति का निर्माण किया गया है। समिति में कार्यरत सदस्य इस प्रकार है -


श्री पुनीत जैन
प्रमुख सचिव

श्री आनंद प्रकाश जैन
उपाध्यक्ष

श्री संजीव जैन
महाप्रबंधक

श्री हिमांशु जैन
सदस्य

श्री सुनील जैन
सदस्य

श्री विवेक जैन
सदस्य
